फ्यूचर ट्रेडिंग क्या है ? और काम कैसे करता है -Future & Options Trading Basic

फ्यूचर और आप्शन की शुरुवात कब हुई | फ्यूचर ट्रेडिंग क्या है ?-What Is Future Trading

फ्यूचर ट्रेडिंग क्या है फ्यूचर एक डेरवेटीव कॉन्ट्रैक्ट होते है जो जिनकी वैल्यू निकलकर आती है उनके कंपनी के अंडरलाइंग एसेट से जैसे शेयर, प्रॉपर्टी ,म्यूच्यूअलफण्ड और भी बहुत कुछ से |

फ्यूचर और आप्शन की शुरुवात कब हुई

भारत में फ्यूचर और आप्शन की शुरुवात सबसे पहले सन 2000 में NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) ने निफ्टी 50 के ऊपर आधारित इंडेक्स फ्यूचर ट्रेडिंग की शुरुवात की |

इसके बाद सन 2001 में सिंगल स्टॉक में फ्यूचर और आप्शन की शुरूवात हुई |

तो सबसे पहले जानते है फ्यूचर ट्रेडिंग के बारे में

फ्यूचर ट्रेडिंग क्या है ?-What Is Future Trading

फ्यूचर ट्रेडिंग जैसे नाम से ही समझ पा रहे है फ्यूचर मतलब भविष्य और ट्रेडिंग मतलब व्यापार कारोबार सीधे से सरल भाषा में अगर हम कहे भविष्य में होने वाले व्यापार को ही हम फ्यूचर ट्रेडिंग कहते है |

फ्यूचर डेट पर निर्धारित वस्तु को निर्धारित मात्रा में निर्धारित दाम पर खरीदने या बेचने का किया गया एक करार या कॉन्ट्रैक्ट करना ही फ्यूचर ट्रेडिंग कहलाता है |

आपने अक्सर देखा होगा की किसी चीज का प्राइज अचानक बहुत बढ जाता है और अचानक बहुत घट जाता है और इस कारण उस वस्तु में व्यापार करने वाले लोगो को कई बार बहुत बड़ा नुकसान उठाना पड़ जाता है |

जैसे हम गेहू की बात करे तो गेहू का मूल्य किसानो की मंडी में बदलते रहता है जिसके कारण कई बार गेहू उगाने वाले किसानो को नुकसान उठाना पड़ता है और कई बार उन कंपनी को भी नुकसान उठाना पड़ता है जो किसानो से गेहू खरीदते है या गेहू से जुड़े व्यापार करते है |

मान लेता है विकास नाम का एक किसान है जो हर साल अपने खेतो में गेहू उगता है और उसे वह YZ नाम की एक कंपनी को बेचता है अब अगर किसान विकास को गेहू उगाने का दाम पन्द्रा सौ  1500/- रूपए  पर किवंटल आ रही है तो जब भी गेहू का दाम पन्द्रा सौ 1500/- रूपए से कम होगी तो किसान विकास को घाटा होने लगेगा और वही मान लेते है की अगर गेहू का दाम पचीस सौ 2500/- रूपए से ऊपर होगा तो YZ कंपनी को नुकसान होगा तो इस तरह गेहू का दाम जब भी पचीस सौ 2500/- रूपए से ऊपर हो तो YZकंपनी को नुकसान होने लगेगा |

तो इस तरह गेहू के दाम कम या ज्यादा होने से किसान विकास और कंपनी YZ को दोनों को नुकसान से बचाने के लिये फ्यूचर की शुरुवात हुई |

गेहू के दाम बदलने से दोनों को नुकसान ना हो इसलिय किसान विकास और कंपनी YZ दोनों एक कॉन्ट्रैक्ट करते है जिसके अनुसार फ्यूचर डेट पर निर्धारित वस्तु (गेहू ) को निर्धारित मात्रा में निर्धारित दाम पर किसान विकास कंपनी YZ को देगा ये कॉन्ट्रैक्ट होने से अब दोनों को किसान विकास और कंपनी YZ को दाम बदलने से अब कोई फर्क नही पड़ेगा अब चाहे गेहू का दाम एक हजार रूपए किवंटल हो जाये या चार हजार रूपए किवंटल हो जाये अब किसान विकास और कंपनी YZ पहले से हुवे अपने कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार निर्धारित मात्रा में हुवे निर्धारित दाम पर लेन देंन करेंगे  इससे को हम फ्यूचर ट्रेडिंग कहते है |

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